चौधरी प्रेमघन वाक्य
उच्चारण: [ chaudheri peremeghen ]
उदाहरण वाक्य
- सुधाकर द्विवेदी, इब्राहिम जार्ज ग्रियर्सन, अंबिकादत्त व्यास, चौधरी प्रेमघन जैसे भारत ख्याति के विद्वान् थे।
- सुधाकर द्विवेदी, इब्राहिम जार्ज ग्रियर्सन, अंबिकादत्त व्यास, चौधरी प्रेमघन जैसे भारत ख्याति के विद्वान् थे।
- इस काल के लेखकों में बालकृष्ण भट्ट, प्रताप नारायण मिश्र, राधा चरण गोस्वामी, उपाध्याय बदरीनाथ चौधरी प्रेमघन, लाला श्रीनिवास दास, बाबू देवकी नंदन खत्री, और किशोरी लाल गोस्वामी आदि उल्लेखनीय हैं.
- दिलचस्प है कि भारतेन्दु युग के लेखकों बालकृष्ण भट्ट, प्रताप नारायण मिश्र, राधा चरण गोस्वामी, उपाध्याय बदरीनाथ चौधरी प्रेमघन, लाला श्रीनिवास दास, बाबू देवकी नंदन खत्री और किशोरी लाल गोस्वामी में से ज्यादातर पत्रकार भी थे।
- भारतेंदु मंडल के कवियों (भारतेंदु हरिश्चन्द्र, बदरीनारायण चौधरी प्रेमघन, प्रताप नारायण मिश्र, अम्बिका दत्त व्यास, बालमुकन्द गुप्त, राधाचरण गोस्वामी, राधाकृष्ण दास) से नए युग का सूत्रपात हुआ लेकिन इनसे पूर्व के कुछ कवि (सेवक सरदार, राज लक्ष्मण सिंह, गोविन्द गिल्लाभाई आदि) ऐसे भी हुए जिन्हें रीतिकाल के बाद के माना गया लेकिन वे भारतेंदु युग से पूर्व के थे इन्हें पूर्व प्रवर्तित काव्य परम्परा के कवि कहा जाता है ।